वर्षा ऋतु पर 50 कविताएँ | Varsha Ritu Par Kavita | 50 Poems

Varsha Ritu Par Kavita
कविताएँ व्यक्ति के भावनाओं, अनुभवों और विचारों को अद्वितीय ढंग से व्यक्त करने का एक साधन हैं। कविताएँ साहित्य का एक महत्वपूर्ण रूप हैं जो समाज, प्रेम, प्राकृतिक सौंदर्य, और अन्य विषयों पर विचार करने का माध्यम प्रदान करती हैं। एक कविता लिखने के लिए, आपको अपने भावों को अभिव्यक्त करने के लिए शब्दों का चयन करना होता है, जिसमें छंद, रचना, और व्यंग्य का प्रयोग होता है। कविता लिखने का एक अद्वितीय तरीका होता है, जो व्यक्ति के अन्तरंग जगत को बाहरी दुनिया के साथ साझा करने का माध्यम बनता है।

नीचे वर्षा ऋतु पर 50 छोटी कविताएँ हैं। अपनी आवश्यकता के अनुसार उनमें से किसी एक का चयन करें या उपयोग करें।


1.) बरसात की रिमझिम, मिट्टी की महक,पानी की बूँदें, खुशियों का अनुभव। बादलों की छाँव, मन को भाये, प्रकृति का रंग, हर दिल को भाए।

बुद्धिमान के लिए बरसात, आशीर्वाद, किसान के लिए खुशहाली, आत्मा की आनंद। धरती को सजाने वाली, बरसाती रातें, हर किसी को अपनी बांहों में ले लेती है।

बरसात की बूंदों से भरा है जीवन, फूलों का रंगीन संग, होता है मौसम। धरती की गोद में, सुरीले गाने गूंज, बरसात की छाया, सबको बहुत भाये।

बरसात की धूप में, रंगीन छाया, हर दिल को भाये, हर मन को भाये। इस रुपान्तर का, हर कोई अद्भुतीय अनुभव, बरसात की रातें, हर किसी को मोह लेती है।

बरसात की कविता के माध्यम से, हम सभी को मिलता है, एक नया संदेश। प्रकृति का सौंदर्य, हमें भी बताता, बरसात का मौसम, हमें भी झूम लेता है।



2.) बारिश की बूंदें, मिलकर गाती हैं, प्रेम की कहानियाँ, रातें सजाती हैं। हर कोने से बहती, खुशबू लेकर, बरसात का मौसम, हर दिल को भाती है।


3.) मेघों की छाँव में, खेलती बचपन, गिरती बूंदों के साथ, जगमगाता मन। हर छोटी-छोटी बात पे, हंसी बहती है, बरसात की धूप, हर दिल को भाती है।


4.) बरसात की रातें, सपनों का जादू, चमकती बिजली, आँखों को भरती है ख़ामोशी। हर एक बूंद से, लगता है अपना, बरसात की मस्ती, हर दिल को भाती है।


5.) जब बादल आँधियों के साथ आते हैं, हर दिल को खुशियाँ बांटते हैं। पेड़ों की पत्तियों को झूला बना कर, बरसात का मौसम, ख्वाबों को भरते हैं।


6.) बरसात की बूंदें, प्यार की धारा, मिलते हैं जीवन में, नई राहों का सहारा। हर बारिश का रोमांच, हर दिल को भाता है, बरसात की छांव, हर दिल को भाती है।


7.) बारिश की बूंदें, जीवन की मिठास, प्रेम का संगम, हर दिल को चूमता है। धरती की गोद में, ख्वाबों का सफर, बरसात का मौसम, हर किसी को भाता है।


8.) बरसात की रातों में, खुशबू की बौछार, चमकते तारे, खिलते फूल, मन भर लेता इन्तज़ार। चमकती बिजली, गरजता आसमान, बरसात का मौसम, हर दिल को भाता है।


9.) बरसात का मौसम, प्यार की बरसात, चिरपिया की धुन में, हर दिल को भाता है आनंद। पानी की बूंदें, फूलों का संगम, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


10.) बरसात की रातें, रोमांचक अनुभव, मिट्टी की खुशबू, नयी खुशियों का संगम। गिरते बादलों की छाया, मन को भाता है सुख, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


11.) बारिश की बूंदें, गीत सुनाती हैं, हर दिल को खुशियाँ बाँटती हैं। पेड़ों की छाया में, बचपन की यादें, बरसात का मौसम, हर दिल को भाता है।


12.) मेघ छायें, बरसात की धुन, धरती की गोद में, सुख-समृद्धि का जुआन। हर बूंद से, जीवन की धरा, बरसात की रातें, हर दिल को भाती हैं।


13.) बारिश की बूंदें, गीत गाती हैं, मन को भाती हैं, खुशियों की बहार। प्रकृति का सौंदर्य, हर दिल को भाता हैं, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती हैं।


14.) बरसात की रातें, अनमोल ख्वाब, गिरती बूंदों का जादू, दिल को भाता है अरमान। धरती की गोद में, सुख की बारिश, बरसात की मस्ती, हर दिल को भाती हैं।


15.) बारिश की बूंदें, प्रेम की फुहार, हर दिल को भाता है, सुख-समृद्धि का संगम। प्रकृति की सुंदरता, नवीनतम रूप, बरसात की धुन, हर दिल को भाती हैं।


16.) बरसात की रातें, सपनों की धार, बिजलियों की चमक, जीवन की परीक्षा। हर एक बूंद से, खुशियाँ बांटते हैं, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती हैं।


17.) बारिश की बूंदें, आँगन को सजाती हैं, हर दिल को भाती हैं, गीत गाती हैं। प्रेम का संगम, प्रकृति की सौंदर्य, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती हैं।


18.) बरसात की रातें, मन को भाती हैं खोई, प्यार की कहानियाँ, धुंधली धुंधली रोई। हर छोटी-छोटी बात, मन को भाती हैं चुप्प, बरसात की बूंदें, हर दिल को भाती हैं।


19.) बारिश की बूंदें, बचपन की याद, प्रेम की कहानियाँ, खुशियों का साथ। पेड़ों की छाया में, सपनों का सफर, बरसात की धुन, हर दिल को भाती हैं।


20.) बरसात की रिमझिम, मन को भाती हैं सजा, प्रकृति का सौंदर्य, हर दिल को मदहोश कर जाता। हर बूंद से, नई उम्मीद की बारिश, बरसात की रातें, हर दिल को भाती हैं।


21.) बारिश की बूंदें, सुरीली धुन, मन को भाती हैं, खुशियों की खान। प्रकृति की सुंदरता, मन को भाती हैं, बरसात की धुन, हर दिल को भाती हैं।


22.)बरसात की रिमझिम, दिल को भाती है मिठास, धरती की गोद में, भरता है सुख का भास। हर बूंद से, नया संदेश आता है, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


23.)बारिश की बूंदें, प्रेम का संगम, मिट्टी की महक, नयी खुशियों का आगम। पेड़ों की छाया, मन को भाती है सुहानी, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


24.)बरसात की रातें, रोमांच से भरी, चमकते तारे, मन को मोहित करते। हर एक बूंद से, नया आसमान खुलता है, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


25.)बारिश की बूंदें, नयी उम्मीद का संगम, धरती की गोद में, खुशियों का अंगन। प्रकृति का सौंदर्य, मन को भाता हैं बेहद, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


26.)बरसात की रिमझिम, बचपन की यादें, प्रेम की कहानियाँ, नये रंग बढ़ाती हैं। पेड़ों की छाया, सपनों का सफर, बरसात का मौसम, हर दिल को भाता है।


27.)बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिलते हैं दिलों की, नई प्यार की बातें। प्रकृति का सौंदर्य, मन को भाता हैं बेहद, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


28.)बरसात की रातें, गीतों की धुन, मन को भाती हैं, खुशियों की भूमि। प्रकृति की सुंदरता, मन को भाता हैं बेहद, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


29.)बारिश की बूंदें, धरती की छाया, मिलते हैं दिलों की, प्रेम की कहानियाँ। पेड़ों की पत्तियों का, नया संदेश आता है, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


30.)बरसात की रातें, रोमांच से भरी, चमकते तारे, मन को मोहित करते। हर एक बूंद से, नया आसमान खुलता है, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


31.)बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिलते हैं दिलों की, नई प्यार की बातें। प्रकृति का सौंदर्य, मन को भाता हैं बेहद, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


32.) बारिश की रिमझिम, मन को भाती है सजीवता, प्रकृति का सौंदर्य, हर दिल को मोहित करता। हर बूंद से, नया संदेश लाता है, बरसात की छांव, हर दिल को भाती है।


33.) बारिश की बूंदें, धरती को सजाती हैं, मिट्टी की महक, जीवन को भाती है सुहानी। पेड़ों की छाया, मन को भाती है शांति, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


34.) बरसात की रातें, रोमांच से भरी, धरती की गोद में, नई खुशियों का संगम। हर एक बूंद से, नया आसमान खुलता है, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


35.) बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिलते हैं जीवन में, नए सपनों का संगम। पेड़ों की छाया, मन को भाती हैं प्रीत, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


36.) बरसात की रिमझिम, मन को भाती है सुंदरता, प्रेम का संगम, हर दिल को भाता है लता। हर बूंद से, खुशियों की बहार आती है, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


37.) बारिश की बूंदें, मन को भाती हैं खोई, मिट्टी की खुशबू, दिल को भाती हैं लोरी। प्रकृति की सुंदरता, मन को भाती हैं प्रिय, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


38.) बरसात की रातें, गीत गाती हैं धरती, प्रेम की कहानियाँ, मन को मोहित करती। हर एक बूंद से, नयी खुशियाँ आती हैं, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


39.) बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिटते हैं दुःख के, अंधेरे की रात। प्रकृति की सुंदरता, हर दिल को भाती हैं, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


40.) बरसात की रिमझिम, धरती को सजाती हैं, मिट्टी की महक, जीवन को भाती है सुहानी। पेड़ों की छाया, मन को भाती है शांति, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


41.) बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिटते हैं दुःख के, अंधेरे की रात। प्रकृति की सुंदरता, हर दिल को भाती हैं, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


42.) बरसात की रिमझिम, मन को भाती है बेहद, प्रकृति की सौंदर्य, नवीनतम रूप दिखाती है। हर बूंद से, नया संदेश आता है, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


43.) बारिश की बूंदें, धरती को सजाती हैं, मिट्टी की महक, जीवन को सजाती हैं। पेड़ों की छाया, मन को भाती हैं प्रीत, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


44.) बरसात की रातें, रोमांच से भरी, धरती की गोद में, नयी खुशियों का संगम। हर एक बूंद से, नया आसमान खुलता है, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


45.) बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिलते हैं जीवन में, नए सपनों का संगम। पेड़ों की छाया, मन को भाती हैं प्रीत, बरसात की छाँव, हर दिल को भाती है।


46.) बरसात की रिमझिम, मन को भाती है सुंदरता, प्रेम का संगम, हर दिल को भाता है लता। हर बूंद से, खुशियों की बहार आती है, बरसात की छांव, हर दिल को भाती है।


47.) बारिश की बूंदें, मन को भाती हैं खोई, मिट्टी की खुशबू, दिल को भाती हैं लोरी। प्रकृति की सुंदरता, मन को भाती हैं प्रिय, बरसात की रिमझिम, हर दिल को भाती है।


48.) बरसात की रातें, गीत गाती हैं धरती, प्रेम की कहानियाँ, मन को मोहित करती। हर एक बूंद से, नयी खुशियाँ आती हैं, बरसात की छांव, हर दिल को भाती है।


49.) बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिटते हैं दुःख के, अंधेरे की रात। प्रकृति की सुंदरता, हर दिल को भाती हैं, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।


50.) बरसात की रिमझिम, धरती को सजाती हैं, मिट्टी की महक, जीवन को सजाती हैं। पेड़ों की छाया, मन को भाती हैं शांति, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।

*बोनस कविता 

51.) बारिश की बूंदें, प्रेम की मिठास, मिटते हैं दुःख के, अंधेरे की रात। प्रकृति की सुंदरता, हर दिल को भाती हैं, बरसात की धुन, हर दिल को भाती है।