कविता एक ऐसा साहित्यिक रूप है जिसमें भावनाओं, विचारों और अनुभवों को सुंदर और सजीव शब्दों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है। यह अक्सर छंद, लय और अलंकार का उपयोग करके लिखी जाती है, जिससे इसमें एक संगीतात्मक गुण आ जाता है। कविता केवल शब्दों का मेल नहीं होती, बल्कि यह पाठक के मन में गहरे भावनात्मक प्रभाव उत्पन्न करने की क्षमता रखती है। इसमें जीवन की सच्चाइयों, प्रकृति की सुंदरता, प्रेम, दुख, और संघर्ष जैसे विभिन्न पहलुओं को संक्षेप में, परंतु प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया जाता है।
नीचे 40 रोचक बच्चों की कविताएँ हैं।
1.चंदा मामा
चंदा मामा दूर के,
पुए पकाए गुड़ के।
आप खाएं थाली में,
मुन्नी को दें प्याली में।
मुन्नी गई बाजार में,
वहां से लाई अचार।
अचार गया खेत में,
वहां से लाई भेंट में।
2.हमारा भारत
सुनो बच्चों भारत माता की,
प्यारी कहानी।
सिंधु नदी के किनारे,
बसी थी रानी।
लड़ाईयां लड़ी उसने,
दुश्मनों से सामना किया।
वीरों की भूमि है ये,
सबने इसे नमन किया।
3.टिप-टिप बारिश
टिप-टिप बरसा पानी,
पानी ने आग बुझाई।
आग लगी मिट्टी में,
मिट्टी ने खुशबू फैलाई।
खुशबू लगी हमें प्यारी,
हमने सबको बतलाई।
सब लोग खुश होकर बोले,
वाह! वाह! वाह!।
4.गुब्बारे
रंग-बिरंगे गुब्बारे,
उड़ते हैं आसमान में।
लाल, नीले, हरे, पीले,
हर रंग के इमान में।
बच्चों के मन को भाते,
त्योहारों में रौनक लाते।
खुशियों के संदेशे बनते,
हर चेहरे पर मुस्कान लाते।
5.बचपन
बचपन की है प्यारी बात,
खेल-खिलौने और चटकीले रंग।
हँसी-खुशी का वो अनोखा संसार,
बिना चिंता के बीतता हर दिन।
स्कूल की पढ़ाई और दोस्ती की याद,
बचपन की ये हैं प्यारी बातें खास।
6.सूरज उगा
सूरज उगा पूर्व दिशा में,
दिनभर चमकता आकाश में।
शाम होते ढल जाता,
रात को चंदा आ जाता।
सुबह का इंतजार है सबको,
सूरज उगते ही जग जाता।
7.फूलों की बगिया
फूलों की बगिया में,
रंग-बिरंगे फूल खिले।
खुशबू फैला रहे चारों ओर,
बगिया को सुंदर बना रहे।
तितली रानी आई बगिया में,
फूलों से रस चुरा रही।
प्यारे फूलों की कहानी,
सबको बहुत भा रही।
8.चिड़िया रानी
चिड़िया रानी, चिड़िया रानी,
सुबह-सुबह क्यों गाती हो।
मीठी-मीठी तान सुनाकर,
सबको क्यों जगाती हो।
हम भी उड़ना चाहें संग,
क्यों न हमें सिखाती हो।
चिड़िया रानी, चिड़िया रानी,
अपने संग ले जाती हो।
9.आम का पेड़
आम का पेड़ बड़ा प्यारा,
देता हमें फल रसधारा।
गर्मियों में छांव तले,
खाते आम हम बगिया में।
मीठे-मीठे आम हैं आते,
बच्चे-बड़े सब खाते।
आम का पेड़ सबको भाता,
हर कोई इसे प्यार जताता।
10.ट्रेन चलती
छुक-छुक करती ट्रेन चलती,
धुआं उड़ाती भागी जाती।
स्टेशन पर जब रुकती,
बच्चे खुशी से चिल्लाते।
खिड़की से बाहर देखो,
सुंदर दृश्य दिखाती।
ट्रेन की सैर का मज़ा,
सबको बहुत भाती।
11.तितली रानी
तितली रानी, तितली रानी,
रंग-बिरंगी तितली रानी।
फूलों पर तू बैठती,
रस चूस कर उड़ती जाती।
कभी हरी, कभी नीली,
उड़ती है जैसे कोई परी।
बच्चों को है बहुत प्यारी,
तितली रानी, तितली रानी।
12. मोर नाचता
बरसात आई, मोर नाचा,
अपने पंख फैलाकर।
नाच-नाच कर दिखलाया,
सबका मन बहलाया।
रंग-बिरंगे पंख हैं उसके,
नाचते समय चमकते।
सबने देखा मोर का नाच,
खुशी से सबने बजाई ताल।
13. चुन्नू का गुड्डा
चुन्नू का एक गुड्डा था,
सबसे सुंदर, सबसे प्यारा।
चुनरी ओढ़े, गहने पहने,
हंसता था, खिल-खिल हंसता था।
चुन्नू उसे खेल खिलाती,
हर दिन नई कहानी बताती।
गुड्डा था चुन्नू का साथी,
दोनों की जोड़ी बड़ी निराली।
14. गाय माता
गाय माता सबसे प्यारी,
देती हमें दूध से भरी।
चारों ओर हरी-भरी घास,
चरती है आराम से खास।
दूध से बनता दही, माखन,
सबके मन को भाता।
गाय माता का सब सम्मान,
हर कोई इसे अपनाता।
15. गोलू मोलू
गोलू मोलू दोनों भाई,
खेलते थे मिलकर भाई।
गेंद से खेलते, धमा-चौकड़ी,
हंसते-गाते, मस्ती भरपूर।
एक दिन हुआ झगड़ा,
फिर से बना दोस्ताना।
गोलू मोलू की कहानी,
सुनो, सबको है भाती।
16. नन्हा चूहा
नन्हा चूहा घर में आया,
चीं-चीं करता भागा-भागा।
रोटी का टुकड़ा पाया,
खुशी से वह झूमता गया।
बिल्ली आई, डर कर भागा,
अपने बिल में जा छुपा।
नन्हा चूहा है शैतान,
पर सबका प्यारा मेहमान।
17.तारों की चमक
रात को जब तारे चमकते,
आकाश में जैसे हीरे लगते।
चंदा मामा के संग-संग,
तारे करते नटखट खेल।
बच्चों को कहानियां सुनाते,
सपनों में ले जाते।
तारों की ये अद्भुत चमक,
सबको लगती बहुत ही प्यारी।
18. भालू मामा
भालू मामा बड़े सयाने,
जंगल के हैं राजा जाने।
शहद खाने के हैं शौकीन,
मधुमक्खी से दोस्ती पक्की।
बच्चों को कहानियां सुनाते,
हंसते-हंसाते झूमते गाते।
भालू मामा की कहानी,
सबको है बहुत सुहानी।
19. छोटी चींटी
छोटी चींटी चली कतार में,
देखो उसकी समझदारी।
भोजन का दाना ढूंढ लाती,
अपने घर को भर के जाती।
मेहनती है छोटी चींटी,
सिखाती हमें परिश्रम का पाठ।
सब मिलकर करें प्रयास,
पाएंगे सफलता का स्वाद।
20. सपनों की दुनिया
सपनों की दुनिया है निराली,
रंग-बिरंगी और प्यारी।
उड़ते घोड़े, बोलते पक्षी,
सब हैं यहां अद्भुत साथी।
राजा-रानी, परी और जादूगर,
सब मिलकर करते हैं मस्ती।
सपनों की ये दुनिया प्यारी,
बच्चों को लगती बड़ी न्यारी।
21.हाथी राजा
हाथी राजा बड़े मजेदार,
सूंड उठाकर चलते हैं यार।
जब भी वो जंगल में आते,
सब जानवर डर कर भाग जाते।
कान हिलाकर करते शान,
बच्चों के प्रिय, सबके मान।
हाथी राजा का ये अंदाज,
सबको लगता है बड़ा खास।
22. गुब्बारे
रंग-बिरंगे गुब्बारे,
उड़ते हैं आसमान में।
लाल, पीले, हरे, नीले,
सब रंगों के प्यारे।
बच्चों को हैं बहुत भाते,
त्योहारों में खुशी लाते।
गुब्बारे जब ऊपर जाते,
दिल को बहुत भाते।
23. पानी की बूँदें
पानी की बूँदें आईं,
धरा पर खुशबू लाई।
सब पेड़-पौधे नहाए,
खेतों में हरियाली छाई।
नदियाँ भी फिर से भर गईं,
बागों में खुशबू फैल गई।
पानी की ये प्यारी बूँदें,
सबके मन को भाए।
24. नन्हीं तितली
नन्हीं तितली, प्यारी तितली,
रंग-बिरंगी, सबसे न्यारी।
फूलों पर जब बैठती,
मन को बहुत भाती।
उड़ती-फिरती बाग-बगिचे,
खुशबू फैलाती जाती।
नन्हीं तितली की कहानी,
सबको है बहुत सुहानी।
25. छोटा बंदर
छोटा बंदर, मस्तीखोर,
कूदता-फांदता, नहीं ठहरता।
पेड़ों पर चढ़ता-उतरता,
सबको हैरान करता।
कभी केले खाता है,
कभी नारियल चुराता है।
छोटा बंदर, प्यारा बंदर,
सबका मनोरंजन करता।
26. खिलौनों की दुनिया
खिलौनों की दुनिया प्यारी,
गुड़िया-गुड्डा, गाड़ी-घोड़ा।
खेल-खेल में सीखते,
हर दिन नई बात।
रंग-बिरंगे खिलौने,
बच्चों के मन को भाए।
खिलौनों की ये दुनिया,
सबको बहुत भाती।
27. चंदा का बस्ता
चंदा मामा का बस्ता,
तारों से भरा अनोखा।
रात को जब खुलता है,
सबका मन बहलता है।
तारों की छांव में सोते,
मीठे सपनों में खोते।
चंदा का ये बस्ता प्यारा,
सबको है बहुत न्यारा।
28.गर्मी की छुट्टी
गर्मी की छुट्टी आई,
खुशियों की सौगात लाई।
खेल-खेल में दिन बिताए,
सैर-सपाटे पर जाएं।
आइसक्रीम और ठंडे पेय,
सबको हैं बहुत भाए।
गर्मी की ये प्यारी छुट्टी,
बच्चों को खूब रास आई।
29. खरगोश
नन्हा खरगोश, प्यारा खरगोश,
सफेद रुई सा मुलायम।
कूदता-फांदता चलता,
सबका मन बहलाता।
गाजर खाता, खुश हो जाता,
बच्चों का प्यारा साथी।
नन्हा खरगोश, प्यारा खरगोश,
सबका मन मोहे।
30. सपनों की कहानी
सपनों की एक प्यारी कहानी,
जहां हैं खुशियों की निशानी।
उड़ते बादल, जादू के जंगल,
सब कुछ है वहां निराला।
सपनों में जब हम जाते,
नई-नई दुनिया पाते।
सपनों की ये कहानी प्यारी,
सबको बहुत भाती।
31.गर्मी का मौसम
गर्मी का मौसम आया,
सूरज ने ताप बढ़ाया।
आमों का राजा आया,
सबने उसे खूब खाया।
तालाबों में हम नहाते,
ठंडे पानी से जी बहलाते।
गर्मी का ये प्यारा मौसम,
बच्चों को बहुत भाता।
32. मिठाई की दुकान
मिठाई की दुकान में,
सब मिठाइयाँ हैं रंग-बिरंगी।
रसगुल्ला और जलेबी,
सबको भाते हैं बेहद।
लड्डू और बर्फी,
मन को लुभाते रंगीले।
मिठाई की ये दुकान प्यारी,
बच्चों को बहुत भाती।
33.स्कूल की घंटी
स्कूल की घंटी बजते ही,
सब बच्चे दौड़ पड़ते।
क्लासरूम में हंसी-खुशी,
पढ़ाई में मन लगाते।
टिफिन का समय जब आता,
सब मिलकर खाते और गाते।
स्कूल की ये प्यारी बातें,
सबको बहुत भाती।
34. चंदा मामा
चंदा मामा, चंदा मामा,
आकाश में चमकते हो।
रात को जब तुम आते,
सबके मन को भाते हो।
तारों के संग खेलते,
हमें कहानियाँ सुनाते हो।
चंदा मामा, चंदा मामा,
सबसे प्यारे लगते हो।
35. नदी की कहानी
नदी की प्यारी कहानी,
बहती जल की रानी।
पर्वत से उतरती आती,
सबको जीवन देती जाती।
किसान को पानी देती,
बच्चों को सैर कराती।
नदी की ये प्यारी कहानी,
सबको बहुत भाती।
36. खुशबू का जादू
फूलों की खुशबू आई,
हवा में मिठास लाई।
बगिया में महक छाई,
सबने खुशी मनाई।
तितली और भंवरे गुनगुनाए,
खुशबू से दिल बहलाए।
खुशबू का ये प्यारा जादू,
सबको बहुत भाया।
37. हवा का झोंका
हवा का झोंका आया,
ताजगी का अहसास लाया।
पेड़-पौधे झूमने लगे,
सबके मन को भाया।
पतंगें ऊंची उड़ने लगीं,
बच्चों का मन लुभाया।
हवा का ये प्यारा झोंका,
सबको बहुत भाया।
38. पेड़ की छांव
पेड़ की छांव तले,
सब बैठे आराम से।
ठंडी हवा में मन बहले,
सबकी थकान मिटे।
फल-फूलों से लदा पेड़,
सबको सुख दे।
पेड़ की छांव प्यारी,
सबको बहुत भाती।
39. आकाश के तारे
आकाश में चमकते तारे,
रात को दिखते प्यारे-प्यारे।
झिलमिल-झिलमिल करते,
सबके मन को भाते।
चंदा मामा के संग खेलते,
रात को सजाते।
आकाश के ये तारे प्यारे,
सबको बहुत भाते।
40. भूरे भालू
भूरे भालू बड़े मजेदार,
जंगल के राजा, सबके यार।
शहद खाने के शौकीन,
मधुमक्खी के खास।
नाचते-गाते जंगल में,
बच्चों के प्रिय, सबके मान।
भूरे भालू की ये कहानी,
सबको है बहुत सुहानी।