गणतंत्र दिवस पर भाषण | Best Republic Day Speech In Hindi | 7 Examples

Best Republic Day Speech In Hindi
Speech 1

प्रिय देशवासियों,

आज हम सब यहाँ एकत्रित हुए हैं हमारे गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए। यह दिन हमारे राष्ट्र के गौरव का प्रतीक है और हमारे संविधान के निर्माण की याद दिलाता है। 26 जनवरी, 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था, और भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बना।

आज के दिन हम उन सभी महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हैं जिन्होंने अपने त्याग और बलिदान से हमें स्वतंत्रता दिलाई और एक मजबूत और एकीकृत राष्ट्र की नींव रखी। महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महान नेताओं के प्रति हमारा आभार सदा रहेगा, जिन्होंने हमें एक ऐसा संविधान दिया जो दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे विस्तृत संविधान है।

हमारा संविधान हमें समानता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व के सिद्धांतों पर आधारित एक समाज की स्थापना करने की प्रेरणा देता है। यह हमें हमारे अधिकारों के साथ-साथ हमारे कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। आज, हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने संविधान की रक्षा करेंगे और अपने देश को समृद्धि और विकास की ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।

गणतंत्र दिवस के इस पावन अवसर पर हमें यह भी याद रखना चाहिए कि हमारी विविधता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमारी भाषाएं, हमारे धर्म, हमारे संस्कृतियां, सभी मिलकर हमें एक अद्वितीय और मजबूत राष्ट्र बनाते हैं। हमें एक दूसरे के प्रति सम्मान और सहिष्णुता का भाव बनाए रखना है और एकता की शक्ति को और भी मजबूत करना है।

आज का दिन सिर्फ उत्सव मनाने का नहीं, बल्कि आत्ममंथन करने का भी है। हमें यह सोचने की आवश्यकता है कि हम अपने देश के विकास और समृद्धि के लिए क्या कर सकते हैं। हमारे युवाओं को शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकें। साथ ही, हमें पर्यावरण की सुरक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए ताकि हम अपने आने वाली पीढ़ियों को एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत दे सकें।

अंत में, मैं आप सभी से अपील करता हूँ कि हम सब मिलकर इस महान देश की उन्नति के लिए काम करें और इसे दुनिया में सबसे आगे ले जाएं। आइए, हम सब मिलकर यह प्रतिज्ञा लें कि हम अपने संविधान के आदर्शों का पालन करेंगे और एक समृद्ध, शक्तिशाली और खुशहाल भारत का निर्माण करेंगे।

जय हिंद! जय भारत!

धन्यवाद।


Speech 2

प्रिय साथियों,

आज हम यहाँ गणतंत्र दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। सबसे पहले मैं आप सभी को इस पावन अवसर की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ।

26 जनवरी 1950 का वह ऐतिहासिक दिन, जब हमारे देश का संविधान लागू हुआ था, हमें याद दिलाता है कि हमारा देश लोकतंत्र, स्वतंत्रता और समानता के सिद्धांतों पर आधारित है। यह वही दिन है जब भारत एक गणतंत्र बना और हमने अपने देश की बागडोर अपने हाथों में ली।

हमारे संविधान ने हमें जो अधिकार और कर्तव्य प्रदान किए हैं, वे हमें एक सशक्त और सुसंस्कृत समाज बनाने में मदद करते हैं। हमें अपने देश की विविधता और संस्कृति पर गर्व है, जो हमारी ताकत है।

आज के दिन हमें उन सभी महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना चाहिए, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई और एक मजबूत गणतंत्र की नींव रखी। उनके बलिदान और संघर्ष को हम कभी नहीं भूल सकते।

हम सबका कर्तव्य है कि हम अपने संविधान के आदर्शों का पालन करें और अपने देश को एकता, अखंडता और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाएँ। हमें मिलकर काम करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि हमारा देश विश्व में एक उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करे।

आइए, इस गणतंत्र दिवस पर हम संकल्प लें कि हम अपने देश की सेवा में हरसंभव प्रयास करेंगे और इसे और भी महान बनाएँगे।

धन्यवाद। जय हिंद!

Speech 3

प्रिय अध्यापकगण, छात्र-छात्राओं और मेरे प्यारे देशवासियों,

आज हम सभी यहाँ एकत्रित हुए हैं हमारे गौरवशाली गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाने के लिए। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है।

26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ और भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बना। यह हमारे महान नेताओं और संविधान निर्माताओं की दूरदृष्टि का परिणाम है, जिन्होंने हमें यह अनमोल संविधान दिया। हमारे संविधान ने हमें अधिकारों और कर्तव्यों का उपहार दिया है, जो हमें एक मजबूत और संगठित समाज बनाने में मदद करते हैं।

आज के दिन हमें उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना चाहिए, जिन्होंने अपने जीवन की परवाह किए बिना हमें स्वतंत्रता दिलाई। महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू, डॉ. भीमराव अंबेडकर और कई अन्य वीरों के संघर्ष और बलिदान को हम कभी नहीं भूल सकते।

हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत हमारी विविधता में एकता है। हमें अपने देश की संस्कृति, परंपराओं और विविधता पर गर्व है। हमें एकजुट होकर देश की प्रगति और विकास के लिए काम करना होगा।

आज का दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम अपने संविधान का सम्मान करेंगे, अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखेंगे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सभी मिलकर एक ऐसा भारत बनाएं जो समृद्ध, शक्तिशाली और विश्व में एक उदाहरण बने।

आइए, इस गणतंत्र दिवस पर हम सब मिलकर यह प्रतिज्ञा करें कि हम अपने देश की सेवा में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करेंगे।

धन्यवाद। जय हिंद!

Speech 4


प्रिय मुख्य अतिथि, अध्यापकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
आज हम सभी यहाँ एकत्रित हुए हैं हमारे महान राष्ट्र के गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए। सबसे पहले, मैं आप सभी को इस शुभ अवसर की हार्दिक बधाई देता हूँ।

26 जनवरी 1950 का वह ऐतिहासिक दिन जब हमारे देश का संविधान लागू हुआ, भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे देश का शासन अब हमारे अपने हाथों में है और हमने एक लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना की है। हमारे संविधान ने हमें न केवल अधिकार दिए हैं, बल्कि हमें जिम्मेदार नागरिक बनने की भी प्रेरणा दी है।

आज का दिन उन महान आत्माओं को याद करने का है जिन्होंने हमारे देश की स्वतंत्रता और गणतंत्र की नींव रखने में अपना अमूल्य योगदान दिया। महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. अंबेडकर जैसे नेताओं के बलिदान और संघर्ष को हमें हमेशा याद रखना चाहिए।

हमारे देश की विशेषता उसकी विविधता में एकता है। हमें इस एकता को बनाए रखना है और अपने देश की प्रगति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करना है। हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों को समझना और उन्हें अपने जीवन में उतारना हमारा कर्तव्य है।

आज, हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश के विकास और उसकी गरिमा को बनाए रखने के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ काम करेंगे। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों को भी समझना होगा और उन्हें पूरी ईमानदारी के साथ निभाना होगा।

गणतंत्र दिवस का यह पर्व हमें यह प्रेरणा देता है कि हम अपने देश को एक बेहतर भविष्य देने के लिए कड़ी मेहनत करें और इसे एक महान राष्ट्र बनाएं।

धन्यवाद। जय हिंद!

Speech 5

प्रिय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,

आज हम सभी यहाँ एकत्रित हुए हैं हमारे गौरवमयी गणतंत्र दिवस के अवसर पर। सबसे पहले, मैं आप सभी को इस शुभ दिन की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ।

26 जनवरी 1950 का वह ऐतिहासिक दिन, जब हमारा संविधान लागू हुआ, हमें हमारे महान लोकतांत्रिक मूल्यों की याद दिलाता है। यह दिन हमारे लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है, क्योंकि इसी दिन हमारे देश ने एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में अपनी नई पहचान बनाई।

हमारे संविधान निर्माताओं, जैसे डॉ. भीमराव अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, और सरदार वल्लभभाई पटेल, ने हमें एक मजबूत और सशक्त संविधान दिया है, जो हमारे अधिकारों की रक्षा करता है और हमें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देता है। हमें उन सभी महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने हमारे देश को स्वतंत्र और गणतांत्रिक बनाने में अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया।

हमारे देश की विविधता, इसकी संस्कृति और परंपराओं में बसी एकता, हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमें इस विविधता में एकता को बनाए रखना है और अपने देश को प्रगति और विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सभी अपने-अपने कर्तव्यों का पालन करें और अपने समाज और देश की भलाई के लिए योगदान दें।

आज के दिन, हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश की सेवा में अपना सर्वोत्तम देंगे। हम सभी को मिलकर एक ऐसा भारत बनाना है जो समृद्ध, शक्तिशाली और सभी क्षेत्रों में अग्रणी हो। हमें अपने संविधान के आदर्शों को अपने जीवन में उतारना है और उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ पालन करना है।

आइए, इस गणतंत्र दिवस पर हम सब मिलकर यह प्रतिज्ञा करें कि हम अपने देश की एकता, अखंडता और सम्मान को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

धन्यवाद। जय हिंद!

Speech 6

प्रिय मुख्य अतिथि, अध्यापकगण, और मेरे प्रिय साथियों,

आज हम सभी यहाँ हमारे महान राष्ट्र के गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। सबसे पहले, मैं आप सभी को इस महत्वपूर्ण अवसर की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ।

26 जनवरी 1950 का दिन भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है। इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ और भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बना। यह दिन हमारे लिए गर्व और आत्मसम्मान का प्रतीक है।

हमारे संविधान ने हमें जो अधिकार और स्वतंत्रता प्रदान की है, वह हमारे देश की प्रगति और विकास का आधार है। संविधान निर्माताओं, जैसे डॉ. भीमराव अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और अन्य नेताओं ने हमें एक मजबूत और सशक्त संविधान दिया है। हमें उनके योगदान और बलिदान को हमेशा याद रखना चाहिए।

हमारे देश की विविधता, इसकी संस्कृति और परंपराएँ हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। हमें इस विविधता में एकता बनाए रखनी है और अपने देश को एकता, अखंडता और विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना होगा ताकि हमारा देश और भी सशक्त और समृद्ध बन सके।

आज के दिन हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश की सेवा में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करेंगे। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अपने संविधान के आदर्शों का पालन करें और अपने समाज और देश की भलाई के लिए मिलकर काम करें।

गणतंत्र दिवस का यह पावन पर्व हमें यह प्रेरणा देता है कि हम एकजुट होकर अपने देश को विश्व में एक महान राष्ट्र बनाएँ। आइए, हम सब मिलकर यह प्रतिज्ञा करें कि हम अपने देश की गरिमा और सम्मान को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

धन्यवाद। जय हिंद!

Speech 7

प्रिय प्रधानाचार्य महोदय, सम्मानित अध्यापकगण, और मेरे प्यारे साथियों,

आज हम यहाँ अपने महान देश के गणतंत्र दिवस को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। सबसे पहले, मैं आप सभी को इस पावन अवसर की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ।

26 जनवरी 1950 का दिन हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसी दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ और भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बना। यह दिन हमें हमारे देश की महानता और गौरव का अनुभव कराता है।

हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें एक मजबूत और समृद्ध लोकतंत्र का उपहार दिया है। डॉ. भीमराव अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और अन्य महान नेताओं के अद्वितीय प्रयासों और बलिदानों के कारण आज हम स्वतंत्रता और समानता का आनंद ले रहे हैं। हमें उनके बलिदानों को हमेशा याद रखना चाहिए और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए।

हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत उसकी विविधता में एकता है। हमारी संस्कृति, परंपराएँ और भाषाएँ भले ही अलग-अलग हों, लेकिन हम सभी एकता के सूत्र में बंधे हुए हैं। हमें इस एकता को बनाए रखना है और अपने देश को प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर करना है।

आज का दिन हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम अपने संविधान के आदर्शों का पालन करेंगे और अपने देश की सेवा में पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य करेंगे। हमें अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पूरी जिम्मेदारी से पालन करना होगा ताकि हमारा देश और भी सशक्त और समृद्ध बन सके।

गणतंत्र दिवस का यह पर्व हमें यह प्रेरणा देता है कि हम अपने देश की प्रगति और समृद्धि के लिए मिलकर काम करें। आइए, हम सब मिलकर यह प्रतिज्ञा करें कि हम अपने देश की एकता, अखंडता और सम्मान को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

धन्यवाद। जय हिंद!